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Hello Friends Tutorialsroot मे आपका स्वागत है आज हम आपको इस Post में Civil Engineer के बारे में बताने जा रहे है जिसमे हम आपको सिविल इंजीनियर बनने के बारे मे पूरी जानकारी देने वाले है हमे आशा है की पिछली बार की तरह इस बार भी आप हमारी Post को पसंद करेंगे. किस तरह से आप सिविल इंजीनियर बन सकते हो व इसके लिए आपको क्या करना होगा इसकी पुरी जानकारी आपको हम हिन्दी मे बताने वाले हैं. बहुत से छात्रों का सपना एक सिविल इंजीनियर बनने का होता है. क्युँकि एक बार Civil Engineer बनने के बाद छात्रों अलग पहचान बन जाती है व इस क्षेत्र मे पैसे भी बहुत अधिक मिलते है जिसके कारण लोगो मे इसके लिए प्रतिदिन रुचि बढती रहती है आज के Post मे हम आपको इसी के बारे मे जानकारी देने वाले है जिससे आप Civil Engineer बन सकते हैं.
सिविल इंजीनियरिंग एक तरह का प्रोफेशनल इंजीनियरिंग कोर्स होता है. जब भी कोई योजना बनती है तो उसके लिए पहले Planning, Designing व Structural कार्यों से लेकर Research एवं समाधान की तैयार करने का कार्य किया जाता है. यह कार्य किसी सामान्य व्यक्ति से न करा कर Professional लोगों से ही कराया जाता है जो Civil Engineers की Category में आते हैं यह पूरी पद्धति Civil Engineering कहलाती है. इसके अंतर्गत प्रशिक्षित लोगों को किसी Project, Construction या Maintenance के ऊपर कार्य करना होता है साथ ही इस कार्य के लिए उनकी जिम्मेदारी भी तय होती है. किसी भी Project की लागत कार्य-सूची, Clients एवं Contractors से संपर्क आदि कार्य भी Civil Engineers के जिम्मे होता है. Civil Engineering का कार्यक्षेत्र काफी फैला हुआ है इसमें जरूरत इस बात की होती है कि छात्र अपनी सुविधानुसार किस क्षेत्र का चयन करते हैं.
Civil Engineering को 2 भागो मे बाटा गया है Junior Civil Engineer व Senior Civil Engineer यहाँ पर हम इन दोनों के बारे में जानेंगे.
Junior Civil Engineer - Junior Civil Engineer बनने के लिए आप Diploma का Course कर सकते है. Diploma Civil Engineering मे करने के लिए उम्मीदवार के पास हाई स्कूल का Certificate होना जरूरी है साथ ही उम्मीदवार को Math, Physics, Chemistry Subject मे पास होना अनिवार्य है. Engineer बनने के लिए 3 साल का Diploma Course करना होता है.
Senior Civil Engineer - Senior Civil Engineer बनने के लिए उम्मीदवार को 12th Math, Physics, Chemistry Subject मे पास होने के बाद Civil Engineering क्षेत्र मे BE/B-Tech Course करना अनिवार्य होता है इस Course की अवधि 4 वर्ष होती है.
Civil Engineering के Course के लिए वसूली जाने वाली फीस अधिक होती है. अगर हम Private Institutions की बात करें तो इनमे छात्रों से लगभग डेढ़ से दो लाख रुपए प्रतिवर्ष फीस ली जाती हैं जबकि IIT स्तर के संस्थानों में एक से डेढ़ लाख प्रतिवर्ष की सीमा होती है. इसमें काफी कुछ संस्थान के Infrastructure पर निर्भर करता है जबकि Private Institutions का प्रशिक्षण शुल्क विभिन्न स्तरों में होता है.
हर साल सरकारी क्षेत्र मे 4 हजार से 5 हजार सिविल इंजीनियर के लिए भर्ती निकलती है. Civil Engineer को Government Department, Private और Private Sector की Industry, Research एवं Educational Institute आदि में काम करने का अवसर प्राप्त होता है. Civil Engineering में अन्य क्षेत्रों की अपेक्षा संभावनाएं काफी तेजी से बढ़ी हैं. इसका प्रमुख कारण Real State में आई उथल-पुथल ही है इसके चलते हर जगह Building, Shopping, Mall, Restaurant आदि का निर्माण किया जा रहा है. Civil Engineer किसी भी Unit को Repair, Maintenance से लेकर Construction तक का कार्य करते हैं. B.Tech के बाद Road Projects, Building Curves, Consultancy Firm, Quality Testing Laboratory और Housing Society में अवसर मिलते हैं. इसमें केन्द्र और प्रदेश सरकार द्वारा भी बहुत काम के अवसर प्रदान किए जाते हैं. इसमें मुख्य रूप से Railway, Private Construction Company, Millry, Engineering Services, Consultancy Service भी रोजगार से भरे हुए हैं.
इसमें मिलने वाली सेलरी ज्यादातर केन्द्र अथवा राज्य सरकार के विभाग पर निर्भर करती है, जबकि प्राइवेट कंपनियों का हिसाब उससे अलग होता है. बैचलर डिग्री के बाद छात्र को 20-22 हजार रुपए प्रतिमाह तथा दो-तीन साल का अनुभव होने पर 35-40 हजार के करीब मिलने लगते हैं. मास्टर डिग्री करने वाले सिविल इंजीनियरों को 25-30 हजार प्रतिमाह तथा कुछ वर्षों के बाद 45-50 हजार तक हासिल होते हैं. इस फील्ड में जम जाने के बाद आसानी से 50 हजार रुपये तक कमाए जा सकते हैं. विदेशों में तो लाखों रुपए प्रतिमाह तक की कमाई हो जाती है.
B.E in Civil Engineering
M.E in Civil Engineering
Ph.D in Civil Engineering
B.Tech in Civil Engineering
Diploma in Civil Engineering
Graduation in Civil Engineering
Post Graduate in Civil Engineeringv
Certificate course in building design
Certificate course in Construction Supervisorv
Power Plants
Transportation
Consultancy Firms
Government Departments
Real Estate Societies
Teaching Institutions
Quality Testing Laboratories
Industrial Plants & Building
Housing & Urban Development
Private And Public Sector Undertakings
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