Nurse Kaise Bane, नर्स कैसे बने, Nurse Banane Ke Liye Kya Karna Padta Hai, Nurse कैसे बने, नर्स बनने के लिये शैक्षिक योग्यता, नर्स बनने के लिए उम्र सीमा, नर्स पद के लिए चयन प्रक्रिया, नर्स की सैलरी, How to Become Nurse in Hindi, Nurse बनने के लिये कहां से करें पढ़ाई, नर्सिंग में करियर कैसे बनाये, नर्स बनने के लिए क्या करना पड़ता है.
Hello Friends Tutorialsroot मे आपका स्वागत है आज हम आपको इस Post में नर्स के बारे में बताने जा रहे है जिसमे हम आपको नर्स बनने के बारे मे पूरी जानकारी देने वाले है हमे आशा है की पिछली बार की तरह इस बार भी आप हमारी Post को पसंद करेंगे. किस तरह से आप नर्स बन सकते हो व इसके लिए आपको क्या करना होगा इसकी पुरी जानकारी आपको हम हिन्दी मे बताने वाले हैं. बहुत ससी लड़कियों का सपना एक नर्स बनने का होता है. क्युँकि एक बार नर्स बनने के बाद लड़कियों की अलग पहचान बन जाती है व इस क्षेत्र मे पैसे भी बहुत अधिक मिलते है जिसके कारण लड़कियों मे इसके लिए प्रतिदिन रुचि बढती रहती है आज के Post मे हम आपको इसी के बारे मे जानकारी देने वाले है जिससे आप नर्स बन सकते हैं.
नर्सों की मांग दुनियाभर में बढ़ी है इसी कारण इस पेशे की तरफ युवाओं का रूझान भी बढ़ा है. नर्सिंग के क्षेत्र में बहुत कुछ नया हो रहा है सरकार की 130 General Nursing Midwifery और 130 Auxiliary Nursing Midwife School खोलने की योजना है. इनके अलावा विभिन्न राज्यों में राज्य नर्सिंग परिषद और नर्सिंग सेल को भी मजबूत बनाया जाएगा. नर्सिंग के क्षेत्र में अब महिलाओं के साथ पुरूष भी बड़ी संख्या में भागीदारी कर रहे हैं. विदेशों में नर्सिंग के सुनहरे मौकों ने भारत से नर्सों की बड़ी संख्या में अपनी ओर आकर्षित किया है जिससे अपने देश में ही नर्सिंग पेशेवरों की संख्या में भारी गिरावट आ गई है. Indian Medical Association ने इस स्थिति में सुधार लाने के लिए पूरी नर्सिंग व्यवस्था को पुनर्जीवित करने की योजना बनाई है.
डॉक्टर और टीचर्स जैसे नर्सिंग का पेशा एक ऐसा पेशा है जिसकी सेवाओं की भरपाई किसी भी राशि से नहीं की जा सकती. इस पेशे के बड़प्पन को "नर्स" शब्द से महसूस किया जा सकता है जो मूल रूप से इस्तेमाल किया गया था और इसका उपयोग माँ और उसके बच्चे के सबसे पवित्र रिश्ते के साथ किया जा रहा है. जैसे हम कहते हैं कि एक माँ अपने बच्चे का तब तक पालन-पोषण करती है जब तक कि वह अपनी अंतिम सांस नहीं ले लेती. इस अर्थ में हम कह सकते हैं कि नर्स एक कदम आगे है तो माँ के रूप में वह यह नहीं सोचती है कि जिस रोगी को वह अपनी परम भक्ति का भुगतान कर रही है उसका संघर्षपूर्ण जीवन उसका उसके बच्चे का है या नहीं. वह उस उम्र, जाति, पंथ या जीवन के कर्मों की परवाह नहीं करती जिसमें उसे देखभाल करने के लिए कहा जाता है. वह महसूस करती है कि सर्वशक्तिमान ईश्वर की रचना जो दर्द में है उसे हर हाल में इससे छुटकारा दिलाना है.
कुछ अर्थों में नर्स को उस डॉक्टर से अधिक अपरिहार्य माना जा सकता है जिसे वह इस नेक काम को करने में सहायता कर रही है. यद्यपि यह सौ प्रतिशत सत्य है कि यह डॉक्टर है जो अपनी समय पर सेवा प्रदान करके जीवन को बचा सकता है लेकिन इस तथ्य से कि डॉक्टर अपनी बीमारी के धैर्य से छुटकारा पा सकते हैं लेकिन वे उस दर्द से छुटकारा नहीं पा सकते जिस धैर्य से उन्हें गुजरना पड़ता है दी गई सेवाओं की अवधि और उपचार प्रक्रिया समाप्त होने तक का समय भी टाला नहीं जा सकता है. सही मायने में नर्स की असली भूमिका तब शुरू होती है जब डॉक्टर की भूमिका लगभग समाप्त हो जाती है. यह वह है जिसे पूरी तरह से ठीक होने के बाद फिर से अपने पैरों पर खड़ा होने तक रोगी के साथ रहना पड़ता है. यहाँ वह अपने रोगियों के लिए एक माँ की भूमिका निभाती है.
नर्सों की कार्यक्षमता के हिसाब से उनकी भूमिकाओं को इस तरह विभाजित किया जा सकता है. जैसे जनरल नर्स, ये हॉस्पिटल, नर्सिंग होम और चिकित्सालय संस्थानों में नर्सिंग का काम करने वालों को जरनल नर्स कहा जाता है. उनके मुख्य कार्य में मरीजों की देखभाल, डॉक्टर के काम में सहयोग और प्रशासनिक जिम्मेदारियां शामिल हैं. इसके बाद मिडवाइफ इस श्रेणी में वह नर्स आती हैं जिनकी विशेषज्ञता गर्भवती महिलाओं का ख्याल रखना और चाइल्डबर्थ के दौरान सहायता मुहैया करना है. इसके अलावा हेल्थ वर्कर के रूप में भी काम करते हैं. ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को चिकित्सकीय उपलब्ध कराने वाले नर्सिंग से जुड़े लोग हेल्थ वर्कर कहलाते हैं.
नर्स बनने के लिए सबसे पहले आपका 12th क्लास में बायोलॉजी साइंस से पास होना अनिवार्य है. आप 12th क्लास पास करने के बाद General Nursing Midwifery (GNM) का Course कर सकते है GNM एक Diploma Course है. इस Course की समय अवधि साढ़े 3 साल तक होती है. GNM Diploma Course को पूरा करने के बाद आप किसी Hospital या Clinic में Nursing Job के लिए आवेदन कर सकते है.
नर्स बनने के लिए आप BSC Nursing Course भी कर सकते है. BSC Nursing Course की समय अवधि 4 साल होती है. BSC Nursing Course को करने के बाद आप MSC Nursing Course भी कर सकते है, इस Course की समय अवधि केवल 2 साल होती है.
नर्स बनने के लिए आप कुछ नर्सिंग कोर्स कर सकते है जैसे कि -
ANM or Health Worker
General Nursing and Midwifery (GNM)
BSC in Nursing (Basic)
BSC in Nursing (Post Basic)
MSC in Nursing
ANM or Health Worker का कोर्स करने के लिए आपका 10 th Class पास होना जरूरी है. इस Course की समय अवधि 18 Month की होती है.
GNM Course करने के लिए आपको 12 th Class में भौतिक, रसायन और जीव विज्ञान विषय के साथ 40 प्रतिशत अंकों के साथ पास होना जरूरी है. इस कोर्स की समय अवधि साढ़े 3 साल होती है.
BSc in Nursing Course करने के लिए आपको 12 th Class में भौतिक, रसायन और जीव विज्ञान विषय के साथ 50 प्रतिशत अंकों के साथ पास होना जरूरी है. इस Course की समय अवधि 4 साल होती है.
इस कोर्स को करने लिये आपके पास 12 th के साथ-साथ GNM कोर्स की डिग्री भी होनी चाहिए. इस कोर्स की समय अवधि 2 साल होती है.
Nursing में MSC करने के लिए Nursing में 55 प्रतिशत अंकों के साथ BSC की डिग्री के साथ-साथ एक साल का अनुभव भी आवश्यक होता है. इस कोर्स की समय अवधि 2 साल होती है.
आम जनता के बीच स्वास्थ्य सेवाओं की बढ़ती जागरूकता और चिकित्सा सेवाओं के सामान्य विकास के साथ, इस क्षेत्र में नर्सिंग पेशेवरों के लिए गुंजाइश तेजी से बढ़ रही है. इसलिए हम पैसों के साथ-साथ अन्य पारिश्रमिकों के मामले में भी इन पेशेवरों के लिए एक व्यापक गुंजाइश की उम्मीद कर सकते हैं. इसमें 10,000 से 15,000 के पास कुछ भी सैलरी मिल सकती है. इस क्षेत्र में अनुभव और विशेषज्ञता के साथ 30,000 से 40,000 तक भी भी सैलरी मिल सकती है
नर्सिंग प्रोफेशनल के लिए एक और गुंजाइश यह है कि वे स्वास्थ्य सेवाओं के निजी स्वतंत्र कार्य भी कर सकते हैं. ऐसे व्यक्ति जो अपनी जगह पर बीमारी के बाद ठीक होने के समय अपनी सेवाओं की आवश्यकता रखते हैं और 20,000 से 25,000 तक का शुल्क लेते हैं.
नर्सिंग का कार्यक्षेत्र केवल मरीजों की देखभाल करने तक ही सीमित नहीं है. योग्य नर्सों के लिए एजुकेशन, ऐडमिन और रिसर्च से संबंधित काम के भी मौके मिलते हैं. जानकार इस बात को मानते हैं कि अमूमन नर्सिंग से जुड़े लोग बेरोजगार नहीं रहते. वे किसी भी निजी या सरकारी हॉस्पिटल, नर्सिंग होम, अनथालय, वृद्धाश्रम, इंडस्ट्रीज, सेनेटोरियम और सैन्य बलों में भी जॉब प्राप्त कर लेते हैं। इनके अलावा अन्य सरकारी विभागों में इनकी जरूरत होती है.
यदि आप नर्सिंग के बेसिक कोर्स के अलावा पोस्ट बेसिक स्पेशियेलिटी एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स करते हैं तो निम्नलिखित क्षेत्रों में विशेषज्ञता हासिल कर लेने पर रोजगार के अवसर और अधिक बढ जाते हैं जैसे कि.
Neuro Nursing
Neo Natal Nursing
Oncology Nursing
Nursing Education
Psychiatric Nursing
Critical Care Nursing
Handicap Care Nursing
Operation Room Nursing
Cardiac Thoracic Nursing
Mid Wifi Practitioner Nursing
Emergency and Disaster Nursing