Computer Kya Hai, Computer Kya Hai in Hindi, What is Computer in Hindi, Computer क्या है और इसके फायदे क्या है, Computer in Hindi, Computer Meaning in Hindi, Computer Kya Hai, Computer क्या होता हैं, कंप्यूटर क्या है हिंदी में जानकारी, What is Computer in Hindi, कम्प्युटर क्या है, What is Computer in Hindi, कंप्यूटर की परिभाषा क्या है, Definition of Computer in Hindi.
Hello Friends Tutorialsroot मे आपका स्वागत है आज हम आपको इस Post में Computer के बारे में बताने जा रहे है जिसमे आपको Computer के बारे में सीखने को मिलेगा हमे आशा है की पिछली बार की तरह इस बार भी आप हमारी Post को पसंद करेंगे. बहुत कम लोग ही जानते होंगे की Computer क्या है और इसका उपयोग कैसे और क्यों किया जाता है अगर आप इसके बारे में नही जानते तो कोई बात नहीं हम आपको इसके बारे में पूरी तरह से जानकारी देंगे इसके लिए हमारी Post को शुरू से अंत तक ज़रुर पढ़े.
आज की दुनिया एक सूचना समृद्ध दुनिया है और Computer के बारे में सभी को जानना जरूरी है. एक Computer एक Electronic Data Processing Device है जो Data Input को Accepts करता है और Store करता है और Data Input को Processes करता है और Output को एक आवश्यक प्रारूप में उत्पन्न करता है. Computer कई अलग-अलग तरह के होते है जैसे कि इसे आप Mobile के रूप में देख सकते हैं Tablet के रूप में देख सकते है Laptop आदि. Computer आज कई अलग अलग रूप में मौजूद है जैसे कि - Mobile, Tablet, Clock, Laptop, Desktop आदि इन्ही अलग-अलग रूपो की वजह से आज हम कोई भी Information बहुत जल्द प्राप्त कर लेते है.
Computer का आविष्कार America में Charles Babbage ने किया था. Charles Babbage को आज Computer का आविष्कार करने की वजह से Father of Computer भी कहा जाता है. Computer को Mathematical Questions को हल करने के लिए बनाया गया था क्योंकि पहले ज़माने के लोगों को एक ऐसी Machine की आवश्यकता थी जो Mathematics के Questions को आसानी से हल कर सके क्योंकि Mathematics के Questions से लोग शुरू से ही बहुत ही परेशान रहे है. Mathematics के Questions को हल करने के लिए कई अलग-अलग वैज्ञानिकों ने कई अलग-अलग Machine बनाई लेकिन यह भी Mathematics के Questions को पूरी तरह से हल करने के लिये कामयाब नहीं हुई. इसी कारण आगे भी खोज जारी रही और फिर Computer का आविष्कार हुआ जिसने सबकी Problem को दूर कर दिया. या यह कहिये Computer ने पूरी दुनिया को ही बदल के रख दिया.
हालांकि Computer का आविष्कार Mathematics के Questions को हल करने के लिए हुआ था. लेकिन आज के समय में Computer पर कई अलग-अलग तरह के काम किए जाते है. आज आप Computer की सहायता से घर बैठे कोई भी Education प्राप्त कर सकते है और घर बैठे किसी भी तरह की Information प्राप्त कर सकते है. जैसे कि - News पढ़ सकते है, Books पढ़ सकते है TV Serial देख सकते है Songs सुन सकते है Video देख सकते है Movies देख सकते है, Shopping कर सकते है और लोगों से Online बात कर सकते है आदि Computer से आज आप घर बैठे बहुत सारे काम कर सकते है.
Computer के मुख्य रूप से चार कंपोनेंट्स होते है -
Users
Hardware
Operating System
Software
Computer को प्रयोग करने वाले User कहलाते है.
Hardware Computer के वह Components होते है जिन्हें हम देखने के साथ साथ छू भी सकते है. Hardware के अन्तर्गत CPU, Floppy Drive, CD ROM Drive, Monitor, Keypad, Mouse, Speakers आदि आते है.
Software Components को ना तो देखा जा सकता है और ना ही उनको Touch किया जा सकता है. Software उन Programs को कहा जाता है जिन्हे हम Hardware पर चलाते है किसी भी Computer को चलाने के लिए सबसे आवश्यक Software Operating System है. Operating System के बिना आप Computer में काम नहीं कर सकते.
एक कंप्यूटर सिस्टम में कई Resources हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर होते हैं, जिन्हें किसी कार्य को पूरा करने की आवश्यकता हो सकती ह. आमतौर पर आवश्यक Resources इनपुट आउटपुट डिवाइस, मेमोरी, फाइल स्टोरेज स्पेस, सीपीयू आदि होते हैं. ऑपरेटिंग सिस्टम उपरोक्त संसाधनों के प्रबंधक के रूप में कार्य करता है और जब भी किसी विशेष कार्य को करने के लिए आवश्यक होता है, तो उन्हें विशिष्ट Programs और उपयोगकर्ताओं को Allocated किया जाता है. इसलिए ऑपरेटिंग सिस्टम रिसोर्स मैनेजर है यानी यह आंतरिक रूप से कंप्यूटर सिस्टम के रिसोर्स का प्रबंधन कर सकता है. रिसोर्स प्रोसेसर, मेमोरी, फाइलें और इनपुट आउटपुट डिवाइस हैं. अगर सरल शब्दों में कहा जाये तो एक ऑपरेटिंग सिस्टम यूजर और मशीन के बीच का इंटरफेस होता है.
Computer Input, Processing, Output के सिद्धांत पर कार्य करता है. जब कोई User Computer को कोई Input Instruction देता है तो Computer Set of Programs का Use करके Calculation करता है तथा Output User को देता है.
उदाहरण के लिए - माना किसी User ने Computer को कोई Input दी - जैसे 12+10 =? अब Computer क्या करेगा Set of Program का Use करेगा यानी 12 और 10 को Add करेगा और 22 Result यानि Output User को देगा. Input देने के बाद और Output के बीच में Computer जो कार्य करता है उसे Processing कहते है.
Processing के समय Input Data Computer की RAM मे Save होता है. यह Computer की Temporary Memory होती है. इसमें Data कुछ समय के लिए ही Save रहता है. अगर Processing के दौरान Power Off हो जाए तो Input Data Loss हो जाता है.
Computer के निम्न मुख्य Parts होते है जैसे कि -
Input Device
Output Device
Computer Memory
वह Device जिसके द्वारा User Computer को Input प्रदान कराता है Input Device कहलाती है जैसे Keyboard, Scanner आदि.
वह Device जिसके द्वारा Computer User को Output प्रदान करता है Output Device कहलाती है जैसे - Moniter Computer Display, Printer आदि.
Computer Memory Storage Device होती है जिसमे Computer के Program, Instruction, Data आदि Save किये जाते है. ये दो प्रकार की होती है - Primary Memory व् Secondary Memory.
Computer के कुछ मुख्य इInternal Parts आप नीचे देख सकते है जैसे कि -
Motherboard
Micro Processor
Hard Disk
RAM
ROM
Computer के Maine Circuit को Motherboard कहते है. यह एक छोटी Electronic Plate होती है जिससे Computer के सभी Hardware Ports के द्वारा Connect होते है . इसके बीच में CPU होता है जिसे कंप्यूटर का दिमाग भी कहते है. Computer की सभी Calculation Mathematical एव Logical Operation CPU के द्वारा ही किये जाते है.
Hard Disk Computer की Permanent Memory होती है जिसमे Data, Software, Program, Instruction आदि को Save करके रखा जाता है. यह Data को Permanent रूप से Store करके रखती है. जहाँ से Data को लम्बे समय तक Access किया जा सकता है.
RAM Computer की Primary Memory होती है जो की Temporary Memory होती है. Computer इसका उपयोग Processing के दौरान Input Data को Store करने के लिए करता है. इसको Read Write Memory कहते है. इसलिए Power off होने पर RAM का Data Loss हो जाता है.
ROM यह Computer की Primary Memory होती जो केवल Read Only Memory होती है. इसमें Data सेव नही किया जा सकता. इसमे Computer को Start करने के लिए जरूरी Instruction, Set of Program होते है जो की इसके निर्माण के समय इसमें Store किये जाते है.
Fast Speed - Computer बहुत ही तेज़ी से Calculations करता है. Computer एक सेकंड में लाखों Calculations कर सकता है. Computer के Processor की Speed को Hertz मे मापा जाता है.
Automatic - Computer एक Automatic Device है. जब एक बार User Computer को Instructions दे देता है तो उसके बाद Computer सारा कार्य अपने आप ही करता है तथा इस दौरान User की हस्तक्षेप की सम्भावना बहुत ही कम होती है.
Accuracy - Computer बहुत तेज़ी से Erratic Calculations कर सकता है. User अगर Computer में Instructions देते समय गलती न करे तो Computer सारी Calculations सही करता है. अगर Calculations करते समय कोई Error पायी जाती है तो वह User के कारण होती है.
Secrecy - Computer में एक विकल्प होता है जिसका उपयोग करके कोई भी User अपने दिए गए Instructions को Computer में Secure रख सकता है. और कोई दूसरा User उसको नहीं देख पाता. यह सब आप Password के उपयोग से कर सकते है.
Large Storage Capacity - Computer में Unlimited Notifications तथा Data को Store किया जा सकता है. हम Data तथा Notifications को कई तरह से Store कर सकते है. जैसे कि Hard Disk, Floppy Disk, Magnetic Tape, CD ROM आदि.