ALS Full Form in Hindi, ALS का Full Form क्या है, ALS क्या होता है, एएलएस क्या है, ALS का पूरा नाम और हिंदी में क्या अर्थ होता है, ऐसे सभी सवालो के जबाब आपको इस Post में मिल जायेंगे.
ALS की फुल फॉर्म Amyotrophic Lateral Sclerosis होती है. इसको हिंदी में पेशीशोषी पार्श्व काठिन्य कहते है. दोस्तों हम आशा करते है आपको ALS की Full Form मालूम हो गई होगी तो चलिए अब इसके बारे और भी सामान्य जानकारी प्राप्त करते है.
ALS एक न्यूरोडिजेनरेटिव बीमारी है जो मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी मे मोटर तंत्रिका कोशिकाओ को प्रभावित करती है. यह एक प्रगतिशील बीमारी है क्योंकि यह समय के साथ-साथ और भी बहुत ख़राब हो हो जाती है और स्वेच्छापूर्ण मांसपेशियों को नियंत्रित करने वाली मोटर तंत्रिका कोशिकाओं (न्यूरॉन्स) की मृत्यु का कारण बनती है.
आखिरकार मोटर तंत्रिका कोशिकाएं अब मांसपेशियो को आवेग सिग्नल नही भेज सकती है और मांसपेशियो को आकार एट्रोफी मे दूर या घटाना शुरू हो जाता है. यह मांसपेशियो के संचलन को शुरू करने और समन्वय करने के लिए मस्तिष्क की क्षमता को प्रभावित करता है और इसमें व्यक्ति ठीक से बात नही कर सकता, और इसमें व्यक्ति ठीक से खा भी नही सकता है, हिल नही सकता है और सांस ले सकता है या सीधे तौर पे हम कह सकते इसमें व्यक्ति कुछ भी नहीं कर सकता है और इसमें पूरी तरह से व्यक्ति बीमार रहता है.
ALS को मोटर न्यूरॉन रोग (एमएनडी) भी कहा जाता है. इस शब्द को अमीट्रोफिक ग्रीक भाषा से लिया गया है. यह तीन शब्दो से मिलकर बना ए का मतलब है नही माई का अर्थ है मांसपेशियो और ट्रॉफिक का अर्थ पोषण है. इसलिए इसका मतलब मांसपेशियो में पोषण नही है. ALS की खोज 1869 मे फ्रांसीसी न्यूरोलॉजिस्ट जीन-मार्टिन चारकोट ने की थी और इसे प्रसिद्ध बेसबॉल प्लेयर के बाद Lou Gehrig रोग भी कहा जाता है जिससे इस चिकित्सा स्थिति को Diagnosis किया गया था.
ALS दो प्रकार का स्पोराडिक और पारिवारिक हो सकता है. अमेरिकी परिवार मे स्पोराडिक एएलएस का सबसे आम प्रकार है जैसा कि नाम से पता चलता है यह एक वंशानुगत बीमारी है क्योंकि यह एक पीढ़ी से अगली पीढ़ी तक जाती है.
आज के समय में ALS 30,000 अमेरिकियो को प्रभावित कर रहा है और इसके अमेरिका मे हर साल 5,000 नए मामले सामने आ रहे है जिससे यह एक बहुत गंभीरता का विषय बन गया है.
ALS का आज के समय में कोई कोई इलाज नही मिल पा रहा है और ना ही इसका कोई सिद्ध उपचार हो पा रहा है जिससे इसको रोका जा सके. हालांकि फुड एंड ड्रग ऐडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) ने हाल ही के दिनों मे राइलुजोल को मंजूरी दी है जो पहली दवा है जिसके उपयोग से एएलएस रोगियों का जीवन बढ़ाने मे मदद मिल पाए. लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि राइलुजोल ग्लुटामेट के रिलीज को घटा कर यह मोटर न्यूरोन की क्षति मे कटौती लाती है.
क्लिनिकल परीक्षणो ने दिखाया है कि राइलुजोल खास कर निगलने मे दिक्कत महसूस करने वाले लोगो मे जीवन को कई माह तक बढ़ाती है. यह दवा किसी व्यक्ति की कृत्रित श्वास समर्थन की आवश्यकता से पहले का समय भी बढ़ाती है. मोटर न्यूरोन को जो क्षति पहुंच चुकी है राइलुजोल उसे उलटती नही है और दवा का सेवन कर रहे रोगियो पर यकृत की क्षति और अन्य संभावित साइड इफेक्ट के लिए निगाह रखी जानी चाहिए.
ALS के लक्षण हर व्यक्ति मे अलग-अलग हो सकते है. लेकिन इसके कुछ सामान्य प्रारंभिक लक्षण के नाम आप नीचे देख सकते है.
मांसपेशियो मे ऐंठन होना
तंग और कठोर मांसपेशियो होना
चबाने या निगलने मे मुश्किल होना
सांस लेने और बोलने मे कठिनाई होना
मांस, पैर, कंधे या जीभ में मांसपेशी ऐंठन होना