BARC Full Form in Hindi, BARC का Full Form क्या है, BARC क्या होता है, बीएआरसी क्या है, BARC का पूरा नाम और हिंदी में क्या अर्थ होता है, ऐसे सभी सवालो के जबाब आपको इस Post में मिल जायेंगे.
BARC की Full Form Bhaba Atomic Research Center होती है. इसको हिंदी मे भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र कहते है. बीएआरसी भारत मे एक प्रमुख परमाणु अनुसंधान केंद्र है. बीएआरसी Trombay Mumbai मे स्थित है. बीएआरसी का मुख्य काम विशेष रूप से बिजली उत्पादन और उपयोग के क्षेत्र मे परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण अनुप्रयोगो को ढूंढना है. हमारी जानकारी के अनुसार श्री के एन व्यास 2016 तक बीएआरसी के निदेशक है. दोस्तों हम आशा करते है आपको BARC की Full Form मालूम हो गई होगी तो चलिए अब इसके बारे और भी सामान्य जानकारी प्राप्त करते है.
BARC व्यय ईंधन प्रसंस्करण परमाणु ईंधन प्रसंस्करण और परमाणु अपशिष्ट, कृषि, और दवा आदि का निपटान पर अनुसंधान आयोजित करता है. BARC देश मे विभिन्न परमाणु रिएक्टरो के सुचारू कामकाज के लिए भी जिम्मेदार होता है.
दोस्तों Dr. Homi Jahangir Bhaba एक Dreamer थे जिन्होंने भारत के नाभिकीय ऊर्जा कार्यक्रम की कल्पना की थी. उन्होंने मुटठीभर वैज्ञानिको की सहायता से मार्च 1944 मे भारत मे नाभिकीय विज्ञान मे अनुसंधान का कार्यक्रम शुरू किया था. Dr. Homi Jahangir Bhaba ने नाभिकीय ऊर्जा की असीम क्षमता एवं उसकी विद्युत उत्पादन एवं सहायक क्षेत्रों मे सफल प्रयोग की संभावना को पहचाना पहचान लिया था. Dr. Homi Jahangir Bhaba की सोच के कारण ही हमको Bhaba Atomic Research Center मिला.
Dr. Homi Jahangir Bhaba ने नाभिकीय विज्ञान एवं इंजीनियरी के क्षेत्र मे स्वावलंबन प्राप्त करने के लक्ष्य से यह कार्य शुरू किया और आज का परमाणु ऊर्जा विभाग जो विविध विज्ञान एवं इंजीनियरी के क्षेत्रों का समूह है वो Dr. Bhaba की दूरदृष्टि का परिणाम है.
Dr. Homi Jahangir Bhaba ने परमाणु ऊर्जार् विद्युत उत्पादन के लिए एक व्यवहार्य वैकल्पिक स्रोत मे उच्च क्षमता को पहचानते हुए मार्च 1944 मे भारतीय नाभिकीय कार्यक्रम शुरू किया था.
Dr. Homi Jahangir Bhaba ने जनवरी 1954 में, परमाणु कार्यक्रमों को बढ़ाने के लिए परमाणु ऊर्जा प्रतिष्ठान, ट्रॉम्बे (AEET) की स्थापना की और राष्ट्र की भलाई के लिए परमाणु ऊर्जा का दोहन किया. Dr. Homi Jahangir Bhaba ने परमाणु ऊर्जा अनुसंधान और विकास कार्यक्रमों की जनशक्ति की जरूरतों को पूरा करने के लिए विभिन्न BARC प्रशिक्षण स्कूलों की भी स्थापना की.
Dr. Homi Jahangir Bhaba के 1966 में निधन के बाद, 22 जनवरी 1967 को AEET का नाम बदलकर Bhabha Atomic Research Centre (BARC) कर दिया गया था. इसके बाद BARC के विशेषज्ञों ने भारत को बिजली उत्पादन के क्षेत्र में स्वतंत्र बनाने के उद्देश्य से परमाणु अनुसंधान कार्यक्रमों को जारी रखा है.