GSTN Full Form in Hindi, GSTN Full Form क्या है, GSTN क्या होता है, GSTN का क्या उपयोग है, GSTN मे Register कैसे करते है, GSTN का पूरा नाम और हिंदी में क्या अर्थ होता है, ऐसे सभी सवालों के जबाब आपको इस Post मे मिल जायेंगे.
GSTN की फुल फॉर्म Goods and Services Tax Network होती है. GSTN को हिंदी मे वस्तु और सेवा कर का तन्त्र होता है. GSTN शब्द व्यवसाय से जुड़ा हुआ है. GSTN एक नॉन प्रॉफिट गैर सरकारी Company है जो कि Taxpayers और दूसरे Steakholders समेत केंद्र सरकार राज्य सरकारो को साझा IT Infrastructure उपलब्ध कराएगी. सभी Taxpayers को रजिस्ट्रेशन, रिटर्न और पेमेंट्स जैसी सर्विसेज गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स नेटवर्क की तरफ से उपलब्ध कराई जाएंगी. इसके अलावा यह बैंकिंग नेटवर्क से टैक्स पेमेंट्स के Details का मिलान करती है.
Goods and Services Tax का सारा Data GSTN के पास रहता है. Goods and Services Tax Network को 28 मार्च 2013 को बनाया गया था. Goods and Services Tax Network सरकारों को अलग-अलग MIS Reports उपलब्ध कराएगी. साथ ही Taxpayers के प्रोफाइल की छान-बीन करेगी.
GSTN सरकार के द्वारा उपयोग किया जाता है. सरकार इससे होने वाली हर Transitions को Track कर सकती है. GSTN उपयोगकर्ता को Registration से Tax भरने तक की सभी Service मुह्हिया करती है.
GSTN के अध्यक्ष श्री नवीन कुमार और CEO श्री प्रकाश कुमार है. GSTN का 49% भाग सरकार मैनेज करती है और बाकि के 51% भाग मे Private Companies Banks और वित्तीय संस्थाए आती है. किसी भी एकल प्राइवेट व्यक्ति के मुकाबले सरकार के पास GSTN का ज्यादा हिस्सा है तो कह सकते है के सरकार का GSTN पर ज्यादा नियंत्रण होता है. यानि हमारे Data की सुरक्षा बड जाती है.
किसी भी देश में सरकार को अपने उचित कामकाज के लिए धन की आवश्यकता होती है और कर सरकार के लिए राजस्व का एक प्रमुख स्रोत होता है. इस प्रकार, सरकार द्वारा एकत्रित करों को मूल रूप से जनता पर खर्च किया जाता है. इसलिए, इन करों को मुख्य रूप से दो प्रकारों में वर्गीकृत किया गया है -
Direct Tax
Indirect Tax
व्यक्ति की आय पर लगाया जाने वाला कर प्रत्यक्ष कर के रूप में जाना जाता है. कर देय राशि वास्तव में विभिन्न स्रोतों जैसे वेतन, मकान किराया आय आदि से व्यक्ति द्वारा अर्जित आय पर भिन्न होती है. इसलिए, जितनी अधिक आय होगी, आप सरकार को उतना अधिक कर का भुगतान करेंगे, जो अनिवार्य रूप से अमीर के लिए अधिक कर का अर्थ है गरीबों की तुलना.
यह वह कर है जो सीधे व्यक्तियों की आय पर नहीं लगाया जाता है, बल्कि यह उन वस्तुओं और सेवाओं पर लगाया जाता है जो बदले में वस्तुओं और सेवाओं की लागत (MRP) को बढ़ाते हैं. दोस्तों अप्रत्यक्ष कर मूल रूप से अंतिम उपभोक्ता द्वारा वहन किया जाता है, चाहे वह अमीर हो या गरीब. यह कई अप्रत्यक्ष करों में से कुछ केंद्र सरकार द्वारा लगाए जाते हैं जबकि कुछ राज्य सरकार द्वारा लगाए जाते हैं, जो अप्रत्यक्ष कर प्रणाली को एक अत्यंत जटिल प्रणाली बनाते है.
जीएसटी कर प्रणाली के तहत वर्तमान शासन में अब मूल रूप से तीन कर लागू हैं -
CGST: इसे केंद्र सरकार ने एक अंतर-राज्यीय बिक्री पर एकत्र किया है.
SGST: इसे राज्य सरकार द्वारा इंट्रा स्टेट स्केल पर एकत्र किया जाता है.
IGST: यह अंतर-राज्यीय बिक्री के लिए केंद्र सरकार द्वारा एकत्र किया जाता है.