NATO Full Form in Hindi, NATO का Full Form क्या है, NATO क्या होता है, नाटो क्या है, NATO का पूरा नाम और हिंदी में क्या अर्थ होता है, ऐसे सभी सवालो के जबाब आपको इस Post में मिल जायेंगे.
NATO की फुल फॉर्म North Atlantic Treaty Organization होती है. इसको हिंदी मे उत्तर अटलांटिक संधि संगठन कहते है. नाटो एक प्रकार का सैनिक संगठन है जिसकी प्रारंभ 17 मार्च 1948 मे हुए ब्रुसेल्स के संधि से माना जाता है. यह संधि बेल्जियम, नीदरलैंड, ब्रिटेन, फ्रांस, लग्जमबर्ग के बीच हुई थी पर सोवियत रूस के सैन्य सकती से मुकाबला करने के लिए अमेरिका का शामिल होना काफी जरुरी था. इसलिए अमेरिका के साथ काफी वार्ता की गयी जिससे एक नए संधि का जन्म हुआ जिस पर 4 अप्रैल 1949 को वाशिंगटन डी.सी मे हस्ताक्षर हुए. इस नए संधि मे ब्रुसेल्स संधि के पांच देश बेल्जियम, नीदरलैंड, ब्रिटेन, फ्रांस, लग्जमबर्ग के अलावे अमेरिका, पुर्तगाल, नार्वे, इटली, कनाडा, डेनमार्क, आइसलैंड, ने भी हस्ताक्षर किया और यह ब्रुसेल्स संधि एक नए नाम नॉर्थ अटलांटिक संधि के नाम से जानी गयी है.
इन सभी राष्ट्रों ने इस संधि के तहत यह माना है क़ि अगर इस संधि मे सम्मलित किसी भी एक या एक से जयादा देश पर यदि हमला किया जाता है तो वह सभी सम्मलित राष्ट्रों पर हमला माना जायेगा और वे इसका उतर देने मे पूरी तरह से Help करेंगे. नाटो का मुख्यालय ब्रुसेल्स बेल्जियम है नाटो क़ि अधिकारिक भाषा फ्रांस और इंग्लिश है. आज नाटो के सदस्य देशों क़ि संख्या करीब 28 हो चुकी है और इन सदस्य देशों के नाम है निम्नलिखित है.
बेल्जियम
नीदरलैंड
ब्रिटेन
फ्रांस
लग्जमबर्ग
अमेरिका
पुर्तगाल
नार्वे
इटली
कनाडा
डेनमार्क
आइसलैंड
अल्बिनिया
ग्रिस
जर्मनी
हंगरी
पोलैंड
टर्की
स्पेन
सोलवेनिया
स्लोवाकी
लिथुनिया
रोमानिया
करोटिया
चेक रिपब्लिक
लातिविया
बुल्गारिया
इस्टोनिया
नाटो का प्राथमिक लक्ष्य अपने सदस्य देशों की स्वतंत्रता को सुरक्षित और संरक्षित करना है. लेकिन, हाल के वर्षों में, युद्ध के बदलते चेहरे के साथ, इसे अपने उद्देश्य का विस्तार करना है और यह निर्णय लिया है कि यह सदस्य देशों को आतंकवाद, साइबर हमलों और सामूहिक विनाश के हथियारों से भी सुरक्षित और संरक्षित करेगा.
नाटो की स्थापना सन 1949 में द्वितीय विश्व युद्ध के बाद हुई थी जब संयुक्त राज्य अमेरिका और कई यूरोपीय देशों ने दुश्मनों के खिलाफ एकजुट होने के लिए उत्तरी अटलांटिक संधि पर हस्ताक्षर किए थे. इसकी शुरुआत सन 1949 में केवल 12 सदस्य देशों के साथ शुरू की गई थी जैसे बेल्जियम, कनाडा, डेनमार्क, फ्रांस, आइसलैंड, इटली, लक्समबर्ग, नीदरलैंड, नॉर्वे, पुर्तगाल, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका.
सन 1952 में ग्रीस और तुर्की इस संगठन में शामिल हुए. सन 1955 में पश्चिम जर्मनी इसमें शामिल हो गया था. इसके बाद सन 1982 में स्पेन इस संगठन में शामिल हो गया था.
सन 1997 में, हंगरी, चेक गणराज्य और पोलैंड को संगठन में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया था. 2004 में, नाटो द्वारा संयुक्त राष्ट्र-शासित International Security Assistance Force (ISAF) की कमान संभालने के लिए एक साल बाद, इसे सात देशों द्वारा शामिल किया गया जैसे बुल्गारिया, एस्टोनिया, लातविया, लिथुआनिया, रोमानिया, स्लोवाकिया और स्लोवेनिया. 2009 में अल्बानिया और क्रोएशिया इस संगठन में शामिल हुए.