RTGS Full Form in Hindi, RTGS Ka Full Form Kya Hai, RTGS का Full Form क्या है, RTGS Ka Poora Naam Kya Hai, एच.पी क्या है, RTGS का पूरा नाम और हिंदी में क्या अर्थ होता है, ऐसे सभी सवालों के जबाब आपको इस Post में मिल जायेंगे.
RTGS की फुल फॉर्म Real Time Gross Settlement होती है. इसको हिंदी में रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट कहते है. RTGS का उपयोग वास्तविक समय पर और Gross आधार पर एक बैंक से दूसरे बैंक में धन या बहुमूल्य काग़ज़ को Transfer करने के लिए किया जाता है.
अगर आसान शब्दों में कहे तो RTGS एक सिस्टम है जो की एक Individuals और Company को एक देश के भीतर दो बैंकों के बीच Fund Transfer करने की सुविधा प्रदान करता है. यह आदेश के आधार पर Individual रूप से Funds की Settlement करता है और यह सामान्य रूप से बड़े Amount या उच्च Value को Transfer करने के लिए Use किया जाता है. RTGS को बैंकिंग के द्वारा सीधा Transaction किया जाता है.
RTGS सिस्टम का उपयोग आम तौर पर उच्च मूल्य वाले पैसे के लेनदेन के लिए किया जाता है जिसके लिए तत्काल समाशोधन की आवश्यकता होती है. यह आमतौर पर देशों के केंद्रीय बैंकों द्वारा संचालित होता है. यह A के बैंक खाते से राशि कम कर देता है और खाता B में यह राशि जोड़ देता है. RTGS पैसे Transfer का एक बहुत ही सबसे तेज़ संभव तरिका है.
RTGS Gross Settlement अनुदेश के आधार पर अलग अलग Fund के निपटारे के लिए होता है. यहाँ लेनदेन में अन्य किसी दुसरे Instructions के साथ बंडल नही किया जाता है और इसके Receiving के द्वारा ही इसका भुगतान किया जाता है. Bank सामान्य रूप से 30 मिनट के भीतर ही संबंधित बैंक खाते मे भुगतान कर देता है.
अगर RTGS मे 2 से 5 लाख तक का Amount Transfer होता है तो उसमे 25 रुपये का Service Charge लगता है और 5 लाख से ऊपर के Transaction मे 50 रुपये के दर से Charge किया जाता है. RTGS को Specially बड़े Amount के लेन देन के लिए इस व्यवस्था को बनाया गया गया है.
RTGS के द्वारा Transaction करने के लिए Minimum Amount 2 लाख का होता है. उससे कम का Amount इसमे Transaction नहीं होता है. RTGS के द्वारा Transaction के लिए कोई Maximum Amount नही होता है.
RTGS के लिए उसके Transaction का समय सुबह 08:00 Am से लेकर शाम को 04:30 Pm के बीच किया जाता है. वह भी सोमवार शनिवार और हर महीना मे 2nd और 4th शनिवार को बैंक छुट्टी के कारण इस दिन कोई Transaction नहीं करता है.
दोस्तों अब यह सवाल आता है की RTGS का उपयोग कैसा किया जाता है. RTGS का उपयोग हम दो तरह से कर सकते हैं एक है Online तरीका और दूसरा है Offline तरीका. दोस्तों आपको इन दोनों तरीकों के बारे में आप पूरे विस्तार देख सकते है.
RTGS में Online Method का Use आप Internet Banking का Use करके कर सकते हैं. इसके अधीन यदि आपको किसी शख़्स को Fund Transfer करना है उसे Payee अथवा Beneficiary Customer Id के रूप में अपने Account में Add करना होता है जहाँ आपको उस शख़्स के बारे में में सारी जानकारी भरनी होती है और उसके बाद बैंक, उस शख़्स की जानकारी को चेक करता है. इस जानकारी को चेक करने में बैंक को लगभग 12-24 घंटें का समय लगता है, Bank के द्वारा जब चेकिंग प्रोसेस पूरी तरह से Complete हो जाती है तब Bank के द्वारा लाभार्थी कस्टमर को एक्टिवटे कर दिया जाता है जिसके बाद आप उस लाभार्थी कस्टमर को Fund Transfer कर सकते हैं.
RTGS में यदि आपको Online Method का Use करना नहीं आता है तो आप Offline Method का Use कर सकते है, लेकिन इसके लिए आपको Bank Branch में जाकर ठीक उसी तरह से एक Slip भरनी होती है, जिस तरह से आप Check Deposits या NEFT करते समय सामान्य रूप Form भरते हैं. दोस्तों जैसे ही आप Instruction Slip Fill करके Deposits करते हैं, और इसके बाद बैंक उस Instruction Slip में भरी गई Information को अपने Central Processing System में Add कर देता है और फिर Information Central Processing System पर Add करते ही उसे RBI को Send कर दी जाती है. इसके बाद में RBI सारी Transaction को Process करके Complete करता है और Sending Bank के Account से Amount को Debit करके जिस Bank को RTGS किया गया है उसके Account में उस Amount को Credit कर देता है.
NEFT एक बैंक से दूसरे बैंक में पैसे के इलेक्ट्रॉनिक ट्रांसफर की एक भारतीय प्रणाली है. इसको भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा पेश किया गया था. NEFT एक इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर सिस्टम है जो कि DNS पर आधारित है जो बैंक में लेन-देन को व्यवस्थित करता है. NEFT फंड ट्रांसफर में भाग लेने के लिए एक बैंक शाखा को NEFT सक्षम होना चाहिए. फंड को एक खाते से लाभार्थी के खाते में ट्रांसफर करने में आमतौर पर एक दिन का समय लगता है.
RTGS और NEFT दोनों का उपयोग इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर के लिए किया जाता है. यह दोनों एक ही कारण के लिए उपयोग किए जाते हैं लेकिन उनके बीच कुछ अंतर होता हैं.