SOS Full Form in Hindi, SOS Ka Full Form Kya Hai, SOS का Full Form क्या है, SOS Ka Poora Naam Kya Hai, एसओएस क्या है, SOS का पूरा नाम और हिंदी में क्या अर्थ होता है, ऐसे सभी सवालों के जबाब आपको इस Post में मिल जायेंगे.
SOS की फुल फॉर्म Save Our Souls होती है. इसको हिंदी में हमें बचाओ कहते है. SOS का एक और मतलब Save Our Ship भी होता है. इसे Distress Code भी कहा जाता है. यह संकट के वक़्त दिया जाने वाला Signal होता है SOS हमारे जहाज को बचाने के रूप में भी जाना जाता है. यह एक मोर्स कोड है जिसे खतरे को Signal करने के लिए एक परेशानी कोड के रूप में उपयोग किया जाता है. Code Signal देता है कि एक व्यक्ति खतरे में है और उसे तुरंत मदद की ज़रूरत है.
SOS लिखने का तरीका थोड़ा सा अलग होता है. इसके ऊपर Bar लगा कर लिखना होता है (जैसे- SOS). SOS एक अंतर्राष्ट्रीय मोर्स कोड होता है. क्योंकि अंतर्राष्ट्रीय रेडियो टेलीग्राफिक कन्वेंशन में मोर्स कोड का उपयोग होता है. SOS Crisis Code बिना किसी स्थान के तीन बिंदुओं, तीन डैश और तीन बिंदुओं का अनुक्रम है. International Morse Code में तीन बिंदु पत्र एस का प्रतिनिधित्व करते हैं और तीन डैश अक्षर ओ का प्रतिनिधित्व करते है. कोड को ऐतिहासिक रूप से जहाज द्वारा खतरे को Signal करने के लिए इस्तेमाल किया गया था.
इसलिए इस Distress कोड को ऐसे बनाया गया जिससे की इसे भेजने में आसानी हो इसमें पहले तीन Dots फिर तीन Dash और फिर से तीन Dots होते है. इसके शुरुआती और अंतिम तीन Dots S को और बीच के तीन Dash O को प्रदर्शित करते है (“…—…”).
पहले जमाने में मे इसका उपयोग सबसे ज्यादा मल्लाह (Seafaring) द्वारा किया जाता था क्योंकि कोई भी व्यक्ति आसानी से वहाँ इधर-उधर घूम हो जाता था और उसे ढूँढना भी बहुत मुश्किल होता था. ऐसी परिस्थिति में वह SOS Signal देकर बचाए जाते थे. तब से इसका नाम Save Our Souls, Save Our Ship और Send Out Succor है.
सबसे पहले इसे रेडियो नियमों में जर्मन सरकार द्वारा 1 अप्रैल 1905 को पेश किया गया था. यह दूसरे अंतर्राष्ट्रीय रेडियोटेग्राफिक कन्वेंशन में शामिल होने के बाद विश्वव्यापी मानक बन गया. यह 1 जुलाई, 1 9 08 को प्रभावी हो गया. 1999 में इसे समुद्री रेडियो संकट संकेत को वैश्विक समुद्री परेशानी और सुरक्षा प्रणाली द्वारा प्रतिस्थापित किया गया था.
एक SOS Signal को कई तरीके से भेजा जा सकता है जिनमें से कुछ तरीके के बारे में आप नीचे देख सकते है. इससे आपको जब भी आवश्यकता हो आप भी उन Signals का उपयोग करके अपने लिए सहायता बुला सकते है.
Tapping Signal भेजने का बहुत अच्छा तरीका है. Tapping बात करने का एक ऐसा तरीका है जिससे आप बिना कुछ बोले या बिना कोई इशारा किए सामने वाले से बाते कर सकते है. लेकिन इसके लिए सामने वाले को भी Tapping Language आनी चाहिए. दोस्तों मान लीजिये अगर आप खुद को एक ऐसी जगह पर पाते है जहाँ आप फसे हुए हो या आप किसी को सहायता के लिए नही बुला सकते जैसे की अपहरण, कही दबे होना, फसे होना आदि उस वक़्त बिना किसी को पुकार या बिना किसी के खबर लगे आप अपने लिए सहायता बुला सकते है.
Light Signal भेजने का बहुत अच्छा तरीका है. दोस्तों मान लीजिये अगर आप रात के अंधेरे मे कही फस जाए तो Light ही एक मात्र सहारा होता है. दोस्तों आप SOS Signal भेजने के लिए आग, मोबाइल की लाइट टोर्च या फ्लैश लाइट का उपयोग कर सकते है.
Mirror Signal भेजने का बहुत अच्छा तरीका है. आप एक Mirror की सहायता से भी SOS Signal भेज सकते है. लेकिन इसके लिए Sun Light का होना बहुत आवश्यक है. अब ये भी जरूरी नही है की आप एक Mirror का उपयोग करे आप किसी भी Reflect होने वाली चीज़ का उपयोग कर सकते है.