Internet of Things Kya Hai - What is Internet of Things in Hindi




Technology का विस्तार अब अगले पड़ाव की ओर बढ़ चुका है. अब Technology की परिभाषा Smartphones, TVs, या Smart Watch तक ही सीमित नहीं रह गई है. इसकी जगह अब Internet of Things ने ले ली है. इसके बारे मे विस्तार से जानने से पहले आइए जान लें की आखिर Internet of Things है क्या और किस तरह यह Technology का भविष्य कहा जा रहा है.

IoT सिस्टम उपयोगकर्ताओं को एक प्रणाली के भीतर गहन स्वचालन, विश्लेषण और एकीकरण प्राप्त करने की अनुमति देता है. वे इन क्षेत्रों की पहुंच और उनकी सटीकता में सुधार करते हैं. IoT संवेदन, नेटवर्किंग और रोबोटिक्स के लिए मौजूदा और उभरती हुई तकनीक का उपयोग करता है. इस Networking में आपके उपयोग के सभी Gadgets और Electronic Devices एक-दूसरे से Connect होते है. यह Technology बेहद उपयोगी होती है. IoT Technology ने हमारी रोजमर्रा की जिन्दगी को कितना आसान बना दिया है यह तो आप सभी जानते है.

Internet of Things को Networking भी कहा जाता है. IoT सॉफ्टवेयर में हाल की प्रगति, हार्डवेयर की कीमतों में गिरावट, और प्रौद्योगिकी के प्रति आधुनिक दृष्टिकोण का फायदा उठाता है. इसके नए और उन्नत तत्व उत्पादों, वस्तुओं और सेवाओं के वितरण में बड़े बदलाव लाते हैं और उन परिवर्तनों का सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक प्रभाव है. इसे आसान भाषा मे एक उदहारण के जरिए समझाया जा सकता है. IoT के अंतर्गत आपका एक Device आपके Home, kitchen आदि में मौजूद अन्य Devices को Command देता है.

इस तरह से एक Device को Internet के साथ Link कर के बाकी Devices से अपने अनुसार कुछ भी काम करवाया जा सकता है. जैसे की - एक Car Insurance Company अपने Policy Holders को सेंसर के माध्यम से किसी ऐसे क्षेत्र मे बढ़ने से Warning दे सकती है जहां चक्रवात या कोई और आपदा आने की आशंका हो. IoT की सहायता से आप Security, Gardening, Music, Automobile, Kitchen सभी Devices को एक साथ Connect कर के कई काम कर सकते है.

IoT की मुख्य विशेषताएं

IoT की बहुत मुख्य विशेषताएं है लेकिन इसकी कुछ खास सबसे महत्वपूर्ण विशेषताओं में Artificial Intelligence, Connectivity, Sensors, Active Engagement और छोटे उपकरण का उपयोग शामिल है. इसकी विशेषताएं आप नीचे विस्तार से देख सकते है -

  • AI − IoT अनिवार्य रूप से कुछ भी स्मार्ट बनाता है जिसका अर्थ है कि यह Data Collection, Artificial Intelligence Algorithms और नेटवर्क की शक्ति के साथ जीवन के हर पहलू को बढ़ाता है. इसका मतलब यह हो सकता है कि दूध और आपके पसंदीदा अनाज के कम होने पर पता लगाने के लिए अपने रेफ्रिजरेटर और अलमारियाँ को बढ़ाने के लिए कुछ सरल हो और फिर अपने पसंदीदा किराने के साथ एक ऑर्डर दें.

  • Connectivity − नेटवर्किंग और विशेष रूप से IoT नेटवर्किंग के लिए नई सक्षम प्रौद्योगिकियां, मतलब नेटवर्क अब विशेष रूप से प्रमुख प्रदाताओं से बंधे नहीं हैं. व्यावहारिक होते हुए भी नेटवर्क बहुत छोटे और सस्ते पैमाने पर मौजूद हो सकते हैं. IoT अपने सिस्टम उपकरणों के बीच छोटे नेटवर्क बनाता है.

  • Sensors − IoT सेंसर के बिना अपना भेद खो देता है. वे उपकरणों को परिभाषित करने के रूप में कार्य करते हैं जो IoT को उपकरणों के एक मानक निष्क्रिय नेटवर्क से वास्तविक विश्व एकीकरण में सक्षम एक सक्रिय प्रणाली में बदल देते हैं.

  • Active Engagement − कनेक्टेड तकनीक के साथ आज की अधिकांश बातचीत Passive जुड़ाव के माध्यम से होती है. IoT सक्रिय सामग्री, उत्पाद, या सेवा सहभागिता के लिए एक नया प्रतिमान प्रस्तुत करता है.

  • Small Devices − डिवाइस जैसा कि Predicted की गई है समय के साथ छोटे, सस्ते और अधिक शक्तिशाली हो गई हैं. IoT अपनी सटीकता, मापनीयता और बहुमुखी प्रतिभा प्रदान करने के लिए उद्देश्य से निर्मित छोटे उपकरणों का शोषण करता है.

IoT के फायदे

IoT के बहुत फायदे होते है इसके फायदे जीवनशैली और व्यवसाय के हर क्षेत्र में फैले हैं. यहां कुछ फायदों की एक सूची दी गई है -

  • Improved Customer Engagement − आज के समय में एनालिटिक्स Blind Spots और सटीकता में महत्वपूर्ण खामियों से पीड़ित हैं और जैसा कि कहा गया है जुड़ाव निष्क्रिय रहती है. IoT दर्शकों के साथ समृद्ध और अधिक प्रभावी जुड़ाव प्राप्त करने के लिए इसे पूरी तरह से बदल देता है.

  • Technology Optimization − वही प्रौद्योगिकियां और डेटा जो ग्राहक के अनुभव को बेहतर बनाते हैं वे डिवाइस के उपयोग में भी सुधार करते हैं, और प्रौद्योगिकी में अधिक शक्तिशाली सुधारों में सहायता करते हैं. IoT महत्वपूर्ण कार्यात्मक और क्षेत्र डेटा की दुनिया को अनलॉक करता है.

  • Reduced Waste − IoT सुधार के क्षेत्रों को स्पष्ट करता है. आज के समय में विश्लेषण हमें सतही अंतर्दृष्टि प्रदान करते हैं लेकिन IoT वास्तविक दुनिया की जानकारी प्रदान करता है जिससे संसाधनों का अधिक प्रभावी प्रबंधन होता है.

  • Enhanced Data Collection − आधुनिक डेटा संग्रह अपनी सीमाओं और निष्क्रिय उपयोग के लिए इसके डिजाइन से ग्रस्त है. IoT इसे उन स्थानों से बाहर निकालता है और इसे ठीक उसी स्थान पर रखता है जहाँ मनुष्य वास्तव में हमारी दुनिया का विश्लेषण करना चाहते हैं. यह सब कुछ की एक सटीक तस्वीर की अनुमति देता है.

IoT के नुकसान

IoT फायदों का एक प्रभावशाली सेट प्रदान करता है लेकिन यह चुनौतियों का एक महत्वपूर्ण सेट भी प्रस्तुत करता है. यहां इसके कुछ प्रमुख समस्या की सूची दी गई है -

  • Security − IoT नेटवर्क पर संचार करने वाले लगातार जुड़े उपकरणों का एक पारिस्थितिकी तंत्र बनाता है. सिस्टम किसी भी सुरक्षा उपायों के बावजूद थोड़ा नियंत्रण प्रदान करता है. यह उपयोगकर्ताओं को विभिन्न प्रकार के हमलावरों के संपर्क में छोड़ देता है.

  • Privacy − IoT का परिष्कार उपयोगकर्ता की सक्रिय भागीदारी के बिना चरम विस्तार से पर्याप्त व्यक्तिगत डेटा प्रदान करता है.

  • Complexity − कुछ आईओटी प्रणालियों को डिजाइन, तैनाती और रखरखाव के मामले में जटिल पाते हैं, उन्होंने कई तकनीकों का उपयोग किया और नई संचार तकनीकों का एक बड़ा समूह दिया.

  • Flexibility − एक IoT प्रणाली के लचीलेपन के बारे में कई चिंतित हैं जो दूसरे के साथ आसानी से एकीकृत करने के लिए है. वे कई परस्पर विरोधी या बंद प्रणालियों के साथ खुद को खोजने के बारे में चिंता करते हैं.

  • Compliance − IoT को व्यवसाय के क्षेत्र में किसी भी अन्य तकनीक की तरह नियमों का पालन करना चाहिए. इसकी जटिलता अनुपालन के मुद्दे को अविश्वसनीय रूप से चुनौतीपूर्ण लगती है जब कई मानक सॉफ्टवेयर अनुपालन को एक लड़ाई मानते हैं.

IoT कैसे काम करता है

IoT कैसे काम करता है इसे समझाने के लिए नीचे कुछ Applications और Devices के के बारे में आप नीचे देख सकते हो -

  • Smart Home - Smart Home Internet of Things की सबसे Popular Applications है. Amazon Echo से लेकर Nest Thermostat तक ऐसे हजारों Products हैं जिन्हे Users अपनी आवाज से Control कर सकते है

  • Viebreables - Watch अब समय बताने तक ही सीमित नहीं रही है. Apple Watch समेत बाजार में ऐसी कई Watch उपलब्ध हैं जिनसे अब Text Messages, Phone Calls और कई काम किये जा सकते है. इसी के साथ Fitbit और Jawbone जैसे Devices ने फिटनेस की दुनिया को बदल दिया है.

  • Smart Cities - IoT से लोगों की हर रोज़ आने वाले परेशानियों का बहुत आसानी से समाधान किया जा सकता है. इसके उपयोग से क्राइम, प्रदूषण, ट्रैफिक की समस्या आदि से आसानी से निपटा जा सकता है.

  • Connected Car - आज के समय में ज्यादातर वाहनों में Internet Access होता है और यह Access दूसरों के साथ शेयर भी किया जा सकता है.

IoT डिवाइस के उदाहरण

  • Amazon Echo - Smart Home - Amazon Echo Voice Assistant Alexa के जरिए काम करता है. इसमे Users अलग-अलग कार्य करवाने के लिए बात कर सकते है. Users Alexa को Music Play करने मौसम की जनकारी देने, खेल का स्कोर बताने, टैक्सी बुक करने जैसे कई काम करवा सकते है.

  • Fitbitt One-Virreables - Fitbitt One Track करता है की आप कितना चले है अपने कितनी कैलरीज बर्न की हैं या आप कितना सोए हैं आदि इसी के साथ यह Device आपके Smart Phone या Computer से Link हो कर आपके फिटनेस Data को Chart मे भी तब्दील कर देता है ताकि आप अपनी फिटनेस Progress आसानी से Track कर सके.

  • Barcelona-Smart City - यह Spanish City Smart City में से सबसे पहले आती है. यहां कई Internet of Things की योजनाओं को लागू किया गया है. इससे स्मार्ट पार्किंग और वातावरण को साफ रखने में मदद मिली है.

  • Astrum AL 150 Lock - Security - इन Bluetooth आधारित Lock में आपको चाबी या किसी कॉम्बो लॉक की जरुरत नहीं पड़ती. ये Lock Android और IOS Devices को सपोर्ट करता है. इसे आप घर में मौजूद अन्य Gadgets के साथ आसानी से Connect कर सकते है.

एक किए गए शोध के अनुसार 2020 तक 24 अरब से अधिक Internet से जुड़ी Device दुनिया भर में लग चुकी होंगी. इस को देखते हुए यह अनुमान लगाया जा सकता है कि धरती पर हर इंसान के लिए चार से ज्यादा Device होंगी. इन Devices मे Things of Internet शामिल है और इसकी उपस्थिति आज के समय में हमारी दुनिया को स्थायी रूप से बदल रही है.

IoT की भारत में क्या स्थिति है

केंद्र सरकार ने अक्टूबर 2014 में IoT पर प्रारूप नीति जारी की थी. Digital India Smart City पहल के साथ तालमेल की परिकल्पना के साथ अप्रैल 2015 में कुछ Modifications के साथ इसे जारी किया गया था.

इस नीति के तहत 2020 तक 15 बिलियन अमेरिकी डॉलर का Internet of Things उद्योग बनाने की परिकल्पना है. इसके अलावा सरकार की तैयारी Internet of Things Centers को भी Develop करने की है. 2020 तक Andra Pradesh को मुख्य IT Hub मे परिवर्तित करने के उद्देश्य से Andra Pradesh की सरकार ने भारत की पहली Internet of Things नीति 2016 को मंजूरी प्रदान की.

प्राइवेट क्षेत्र में अगस्त 2015 में Reliance Communications Limited ने संयुक्त राज्य अमेरिका आधारित Jasper Technologies के साथ एक Settlement कर भारत में IoT सर्विस में प्रवेश करने की कोशिश की.




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